करबाचौथ पर चांद ना दिखे तो महिलायें करें ये काम

करबाचौथ  पर चांद ना दिखे तो महिलायें करें ये काम(If the moon is not visible on Karbachuth, then women should do this work)


चंद्रमा न दिखने पर ऐसे खोलें व्रत 

1. अगर चंद्रमा बादलों में छिप गया है, तो भी आप शुभ मुहूर्त में पूजन कर सकती हैं.

2. अगर चांद ना दिखाई दे, 

 3.अगर चांद ना दिखाई दे, तो भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन करें. फिर चंद्रमा की पूजा करके क्षमा याचना करें.इसके बाद पति की पूजा करके ब्रत खोल सकती  हैं 



1. कहा जाता है की करवा चौथ व्रत के दिन अगर आपको चांद नजर नहीं आता है तो महिला अगले दिन सूर्योदय के बाद भोजन कर सकते हैं। 2. मान्यता है की करवा चौथ के दिन अगर चंद्रमा नहीं दिखी पदता से महिला भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर सकते हैं। चंद्रमा की पूजा कराके क्षमा याचना करें और व्रत पूर्ण करें। 3. ऐसा कहते हैं की चांद न नजर आने पर चंद्रमा का आह्वान करें और विधि-विधान से पूजा करें। इसे बाद मान लक्ष्मी का ध्यान कराटे हुए व्रत पूर्ण करें। 4. कहा जाता है की चंद्रोदय के समय चांद निकलने की दिशा में मुख करके पूजा करें। मन ही मन मान लक्ष्मी का ध्यान लगाते हुए पति की पूजा के बाद व्रत पारन करें। 5. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती, बुजुर्ग और बीमर महिलाएं अगर चंद्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो वे बिना चंद्रदर्शन ही व्रत का पारन कर सकते हैं।

चांद निकलने का समय

दिल्ली- 08 बजकर 08 मिनट

मुंबई- 08 बजकर 47 मिनट

बेंगलुरु- 08बजकर 39 मिनट

आगरा- 08 बजकर 07 मिनट

मेरठ- 08 बजकर 05 मिनट

लखनऊ- 07 बजकर 56 मिनट

गोरखपुर- 07 बजकर 47 मिनट

मथुरा- 08 बजकर 08 मिनट

बरेली- 07 बजकर 59 मिनट

सहारनपुर- 08 बजकर 03 मिनट

रामपुर- 8 बजे

इटावा- 08 बजकर 05 मिनट

फर्रुखाबाद- 08 बजकर 01 मिनट

जौनपुर- 07 बजकर 52 मिनट

कोलकाता- 07 बजकर 36 मिनट

जयपुर- 08 बजकर 17 मिनट

देहरादून- 8 बजे

पटना- 7 बजकर 42 मिनट


करवा चौथ व्रत 24 अक्टूबर 2021, दिन रविवार का पड़ा है  इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। मान्यता है कि करवा चौथ व्रत करने से पति दीर्घायु और वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है। पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद शाम को चंद्र दर्शन के बाद पूजा करके व्रत का समापन होता है। कभी-कभी कुछ जगहों पर किन्ही कारण से चांद नजर नहीं आता है। ऐसे में जब चांद नजर नहीं आए तो नीचे बताए गए उपाय महिलाएं कर सकती हैं-(Karva Chauth Vrat is on 24 October 2021, the day falls on Sunday, on this day women keep a Nirjala fast for the long life of their husband. It is believed that observing Karva Chauth fasting brings long life to the husband and happy married life. After observing Nirjala fast for the whole day, the fast ends by worshiping after moon darshan in the evening. Sometimes the moon is not visible in some places due to some reason. In such a situation, when the moon is not visible, women can do the following measures-)

हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त में पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। करवा चौथ का शुभ मुहूर्त अब से कुछ ही देर में शुरू होने जा रहा है। करवा चौथ पर विधिपूर्वक पूजा करने से लाभ मिलता है। व्रत रखने वाली महिलाएं लाल वस्त्र पहनकर शाम के समय करवा चौथ के व्रत की कथा सुनती हैं। इसके बाद भगवान गणेश, शिव, पार्वती की पूजा करें। गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं और फिर पुष्प अर्पित करें। अर्घ्य देकर चंद्रमा की पूजा करें। व्रत तोड़ने के बाद पति और बड़ों का आशीर्वाद लें. चांद आने से पहले अपनी पूजा की थाली भी सजा लें। इसमें सभी जरूरी चीजें रखें। पूजा की थाली में एक छलनी, एक आटे का दीपक, फल, सूखे मेवे, मिठाई और दो पानी की बोतलें होनी चाहिए। एक बोतल से चंद्रमा को अर्घ्य दें और दूसरे लोटे के पानी से व्रत तोड़ें। पूजा की थाली में माचिस न रखें।


करवा चौथ का पावन पर्व आज देशभर में मनाया जा रहा है। इस पावन दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।  दिनभर उपवास रखकर शाम को भगवान गणेश, माता पार्वती, भोले शंकर और कार्तिकेय भगवान की पूजा- अर्चना की जाती है। रात्रि में चांद को अर्घ्य देने के बाद व्रत तोड़ा जाता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस साल शाम 6.55 से लेकर रात 8.51 तक पूजन का शुभ समय है।  सभी उपवास रखने वाली महिलाएं रात में चांद को अर्घ्य देकर अपने पति के हाथ से पानी पीकर ही अपना व्रत खोलती हैं। आइए जानते हैं पूजा- विधि और चंद्रोदय का समय.

रात्रि में चंद्रमा के दिखने पर ही अर्ध्य दें। गणेश और चतुर्थी माता को भी अर्ध्य देना चाहिए। इस दिन व्रती केवल मीठा भोजन ही करें। करवा चौथ व्रत को कम से कम 12 या 16 साल तक करना चाहिए। शास्त्रों में चंद्रमा को आयु, सुख और शांति का कारक माना जाता है। इसलिए करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा करके महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना करती है। 



करवा चौथ चंद्रोदय का समय (Karwa Chauth Chand Nikalne Ka Time Karwa Chauth 2021 Moonrise Time)

 हिंदू पंचांग के अनुसार आज करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय शाम के 08 बजकर 07 मिनट पर है।


ऐसा कहते हैं कि चांद न नजर आने पर चंद्रमा का आह्वान करें और विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए व्रत पूर्ण करें। 4. कहा जाता है कि चंद्रोदय के समय चांद निकलने की दिशा में मुख करके पूजा करें










करवा चौथ का पर्व महिलाओं के साज श्रृंगर के लिए भी जाना जाता है। महिलाएं इस दिन ठीक वैसे ही तैयार होती हैं जैसा की शादी के दिन।

 सोलह श्रृंगार का महत्त्व क्यों हैं आज हम आपको बताने जा रहे हैं। मांगटीके से लेकर काजल, कंगन, नथनी सभी का बड़ा महत्त्व है।

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