लहरा-कादरवाड़ी के
आसपास का क्षेत्र - गंगा नदी के जल से
प्रभावित
बाढ़ की चेतावनी | गंगा में नरौरा पुल से 2.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा |
लहरा के आसपास के गांव
पूरी तरह से
गंवा नदी के
पानी से प्रभावित
हो चुकें हैं। लहरा
के आसपास के
गांव की लिस्ट
ये हैं।
कादरवाड़ी
लहरा
पिलोसराय,
भिलोर,
कुबेरनगरी,
खेड़ा
बघेला
दतलाना
नगरिया के आसपास का
क्षेत्र
गांव गंगा नदी
के पानी की
चपेट में आ
चूके हैं।
कादरवाड़ी के आसपास
के गांवों में
गंगा नदी का
पानी आ जाने
से खेतों की
सारी फसलें बर्बाद
हो गई हैं,
गांव के चारों
तरफ पानी बह
रहा है.
kadarwari |
lahra |
नरोरा से पानी छोड़ने का कारण
जुलाई माह से जिले
में मीडियम फ्लड के हालात बने हुए हैं, लेकिन 3 दिन पूर्व पहाड़ों पर हुई जबरदस्त बारिश
के बाद हरिद्वार के भीमगोंडा बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया था। हरिद्वार से छोड़े
गए पानी का असर नरौरा बैराज पर होते हुए जिले तक आ गया है। नरौरान से पिछले 24 घंटों
में 50 हजार क्यूसेक से अधिक पानी की वृद्धि हुई है। जिले में ढाई लाख क्यूसेक से तीन
लाख क्यूसेक तक नरौरा बैराज से पानी का डिस्चार्ज होने पर डेंजर फ्लड की स्थिति बनती
है। जो बुधवार से जिले में बन गई है। पिछले 5 साल में नरौरा बैराज से छोड़ा गया यह
सर्वाधिक पानी है। 2018 में 2.23 लाख क्यूसेक पानी अधिकतम छोड़ा गया था, लेकिन इस बार
नरौरा से सायं 6 बजे 2.67 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज था। यह डिस्चार्ज लगातार बढ़ता
रहा।
कितने गांव इसकी चपेट में आ चुके हैं - सूची
बृहस्पतिवार को और
अधिक बाढ़ का प्रभाव बढऩे का सिंचाई विभाग और प्रशासन के द्वारा अलर्ट कर दिया गया।
सोरोंजी क्षेत्र के गंगा के तटीय गांव में डेंजर फ्लड का प्रवाह पहुंच गया। ऐसी स्थिति
में इस इलाके के गांव रामपुर, अभयरपुर, डेलासराय, लहरा, डिंगलेसनगर, उढ़ेर, नगला पटिया,
नगरिया फार्म, पाठकपुर, कादरवाड़ी सहित अन्य इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है।
लहरा में कुष्ठ आश्रम के आगे तक बाढ़ के पानी की दस्तक हो गई। बघेला गांव की आबादी
तक लगातार पानी बढ़ रहा है। गांव की सडक़ भी कट गई है। इस इलाके अन्य गंाव में भी बाढ़
का खतरा बन गया है। दतलाना और उढ़ेर बांध को इस इलाके में खतरा बढ़ रहा है।
वहीं नगरिया से सुन्नगढ़ी
की ओर जाने वाले मार्ग की ओर बसे गांव अजीतनगर, उलाईखेड़ा, सिकंदरपुर ढाव इलाके में
भी सांय तक काफी पानी बढ़ गया था। इसके आगे के गांव बमनपुरा, किलौनी, किसौल के खेत
बाढ़ के पानी से घिरे हुए थे वहीं आबादी क्षेत्र में पानी तेजी से बढ़ रहा था। सोरोंजी,
सहावर के इलाकों से बढ़ता बाढ़ का प्रकोप आज पटियाली क्षेत्र में असर दिखाएगा। इस इलाके
के करीब 45 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन गांव मं फिर से बाढ़ का पानी पहुंचना शुरू
हुआ है जो आज बढ़ जाएगा। बाढ़ के बढ़ते प्रकोप की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने पूरा
अलर्ट जारी कर दिया है। सहावर तहसील के सहवाजपुर बांध को भी खतरा हो सकता है। यहां
भी जलस्तर का दबाव बढ़ रहा है। यहां के मुजफ्फरनगर, सहवाजपुर, गढ़ी चंदवा, गढ़ी डूंगर
तक बाढ़ का प्रकोप है।
पटियाली क्षेत्र के
इन गांव तक है बाढ़ का असर
कासगंज। गंगा की बाढ़
का पटियाली क्षेत्र के कादरगंजपुख्ता, नैथरा, मिहेाला, इंदा जसनपुर, पीतमनगर हड़ौरा,
पनसोती, हट्टू कटरी, नगला डंबर, नौली फतुआबाद, नगला जयकिशन, सनौड़ी सिहमन पुख्ता, नगला
खना, नगला हीरा, मूंजखेड़ा, नगला जैली, ओमनगरिया, कादरगंज खाम, नगला मोहन, खेड़ा नौआवाद,
कादरगंज, नगला तिलक, नगला मनी, नगला जगमोहन, नगला मुंता, नगला डामर, समसपुर तराई, राजेपुर
कुर्रा, देवकली, सिद्धनगर, राजेपुर कुर्रा पुख्ता, सुन्नगढ़ी, किलौनी, नगला टिकुरी,
नगला दुलार, मजरा कुसौल, सहवाजपुर, गढ़ीरामपुर, डूंगर, उलाई खेड़ा, बमनपुरा, रसूलपुर,
सिकदंरपुर वैश्य, कैथोला आदि गांव तक बाढ़ का असर है।
सोरोंजी-कछला के बीच
सड़क किनारे भरा पानी
कासगंज। कासगंज-बरेली
मार्ग के सोरोंजी और कछला गंगानदी के बीच गंगा का जलस्तर सडक़ के किनारे पहुंच गया
है। जिससे सडक़ और पुलिया क्षतिग्रस्त होने का अंदेशा है। लोक निर्माण विभाग के हॉट
मिक्स प्लांट मानपुर नगरिया पर भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है। जिससे प्लांट मशीनरी
बाढ़ के पानी से घिर गई है।
बाढ़ का मानक
नो फ्लड- 30000 क्यूसेक
तक।
साधारण फ्लड-
30000 से एक लाख क्यूसेक तक।
लो फ्लड- एक लाख से
डेढ़ लाख क्यूसेक तक।
मीडियम फ्लड- डेढ़
लाख से ढाई लाख क्यूसेक तक।
डेंजर फ्लड- ढाई लाख
से तीन लाख क्यूसेक तक।
हाई फ्लड- तीन लाख
क्यूसेक से अधिक।
बुधवार को नरौरा बैराज
से इस तरह बढ़ा पानी
सुबह 6 बजे-
233440 क्यूसेक
सुबह 8 बजे-
239272 क्यूसेक
दोपहर 2 बजे-
257146 क्यूसेक
सायं 6 बजे-
267636 क्यूसेक
आजाद नगर पैलानी उत्तर गांव में घुसा पानी
कलान क्षेत्र के गांव आजाद नगर पैलानी उत्तर में गंगा का पानी घुस गया है। यह जानकारी क्षेत्र के लेखपाल ने बाढ़ कंट्रोल रूम को बताई है। बताया गया है कि गांव चारों ओर पानी से घिरा हुआ है। गांव में पानी घुसने से करीब 120 परिवार प्रभावित हैं। इसमें करीब 650 लोगों की जनसंख्या है और चार सौ पशु हैं। प्रशासन जल्द नाव उपलब्ध करा रहा है। इसी क्षेत्र के गांव पैलानी उत्तर में भी गांव में पानी घुसने की कगार पर है।
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